आरोपित बरखा के पति ने मीडिया से कहा
भोपाल। प्रदेश राजनीति में उबाल लाने वाले हनीट्रैप मामले में जिला जेल में बंद आरोपित बरखा भटनागर सोनी की शुक्रवार शाम रिहाई हो गई। इस मामले में बरखा के पति का कहना है कि उसकी पत्नी पर झूठा आरोप लगाकर फंसाया गया है, उसकी जब्त सामग्री भी नहीं दे रहे हैं। हनीट्रेप मामले में आरोपित बरखा को पति अमित सोनी लेने आए थे। जेल से बाहर आते समय बरखा चुप्पी साधे रही, वह चुपचाप गाड़ी में बैठी और भोपाल के लिए रवाना हो गई। जिला न्यायालय के अपर सत्र न्यायाधीश दीपक गुप्ता की कोर्ट ने गुरुवार देर शाम 50 हजार के मुचलके पर बरखा भटनागर सोनी की जमानत मंजूर की थी। जिला जेल अधीक्षक शुक्रवार को आदेश आने के बाद बरखा को छोड़ दिया गया है। बुधवार को आरोपित श्वेता स्वप्निल जैन को इंदौर सेंट्रल जेल से और मोनिका को उज्जैन से रिहा किया जा चुका है। अब तक तीन महिला आरोपी श्वेता स्वप्निल जैन, मोनिका और बरखा भटनागर को जमानत मिल चुकी है। जबकि श्वेता विजय जैन अभी जेल में ही बंद है। सितंबर 2019 में नगर निगम के तत्कालीन सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह ने पलासिया थाने पर शिकायत की थी, कुछ महिलाएं उन्हें अश्लील वीडियो वायरल करने के नाम पर ब्लैकमेल कर तीन करोड़ रुपए मांग रही हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से आरोपी जेल में हैं। इस हनी ट्रैप कांड से सियासी भूचाल आ गया था। जांच में कई आईएएस और राजनेताओं के नाम सामने आए थे।मालूम हो कि पति भोपाल में पीएचई विभाग में ठेकेदार है। बरखा पर आरोप है कि उसने श्वेता स्वप्निल और मोनिका के साथ मिलकर करोड़ों रुपए के ठेके दिलवाए थे। पुलिस ने उसके घर से लैपटॉप और मोबाइल जब्त किया था। 18 सितंबर 2019 को गोविंदपुरा भोपाल पुलिस ने बरखा को घर से गिरफ्तार किया था।
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