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Tuesday, March 21, 2023
देश

UP: बाल संरक्षण गृह में हैं अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटे, पुलिस ने कोर्ट को दी जानकारी

Visfot News

उत्तर प्रदेश
 उत्तर प्रदेश पुलिस ने कोर्ट को बताया है कि अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटे खुल्दाबाद के बाल संरक्षण गृह में हैं। यूपी पुलिस ने कहा कि 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद कथित तौर पर पुलिस द्वारा उठाए गए अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटे खुल्दाबाद के बाल संरक्षण गृह में हैं। पुलिस विभाग ने शनिवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत को इसकी जानकारी दी है।

इससे पहले अतीक अहमद की पत्नी, बसपा नेता शाइस्ता परवीन ने इलाहाबाद जिला अदालत के समक्ष एक याचिका दायर की थी जिसमें दावा किया गया था कि उनके दो बेटों को पुलिस अपने साथ ले गई है। उसने कहा कि तब से उन पर कोई अपडेट नहीं दिया गया है। इस मामले में पुलिस ने कहा, ''अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटों के संबंध में शाइस्ता परवीन द्वारा मुख्य मजिस्ट्रेट के पास दायर आवेदन में स्पष्ट स्पष्टीकरण न होने के कारण 13 मार्च की तारीख तय की गई है। साथ ही स्पष्ट स्पष्टीकरण मांगा गया है।"
 

 बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और उसका परिवार सवालों के घेरे में आ गया था। उमेश पाल और उनके दो सशस्त्र सुरक्षा एस्कॉर्ट्स में से एक को 24 फरवरी को प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में गोली मार दी गई थी। उमेश और उनके बंदूकधारियों पर कई राउंड फायरिंग की गई और बम फेंके गए। अतीक अहमद फिलहाल गुजरात जेल में बंद है। अतीक 2005 की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। अतीक अहमद पर हाल ही में 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया है। अरबाज और विजय चौधरी उर्फ उस्मान नाम के दो आरोपी 27 फरवरी और 6 मार्च को उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे।
 

प्रयागराज पुलिस ने लखनऊ के महानगर इलाके में अतीक अहमद के आवास पर छापेमारी कर यूनिवर्सल अपार्टमेंट से दो लग्जरी कारें जब्त की हैं। सूत्रों ने कहा कि छापेमारी 27 फरवरी की देर रात की गई थी, यह कार्रवाई एक गोलीबारी के बाद की गई जिसमें बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने यह छापेमारी इनपुट मिलने के बाद की कि कुछ शूटरों ने उस अपार्टमेंट में शरण ली हुई है। हालांकि, वे छापेमारी से पहले ही वहां से निकल गए थे।

RAM KUMAR KUSHWAHA
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