छतरपुर। कोरोना की दूसरी लहर के शांत होने के साथ अब आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौट रही हैं। लगभग एक वर्ष से बुरी तरह मायूस प्रॉपर्टी कारोबार अनलॉक के शुरूआती 15 दिनों में ही गुलजार होता दिखाई दे रहा है। एक जून से 15 जून तक ही छतरपुर रजिस्ट्रार कार्यालय में 1300 से ज्यादा सौदे हुए हैं। जो कि एक रिकार्ड है। शासन को इससे 4 करोड़ 66 लाख रूपए का राजस्व भी प्राप्त हुआ है। जून के महीने में सौदों के बढऩे की एक वजह जुलाई माह से संभावित टैक्स वृद्धि भी है। जिला पंजीयक पंकज कोरी ने बताया कि ऐसी संभावना है कि एक जुलाई से जमीन भूखण्ड, मकान आदि के पंजीयन पर 15 फीसदी टैक्स बढ़ सकता है। इसी संभावना के कारण पिछले दो महीने से अटके हुए सौदे बड़ी संख्या में हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को छूट का लाभ उठाना है उन्हें एक जुलाई के पहले सौदे कर लेने चाहिए। उल्लेखनीय है कि फिलहाल नगरीय क्षेत्र में हर खरीद के बाद होने वाले पंजीयन पर भूखण्ड, प्लॉट, जमीन की कुल कीमत का 12 फीसदी टैक्स के रूप में शासन को देना होता है। रजिस्ट्रार कार्यालय में कोविड गाइड लाइन के पालन के बीच ज्यादा से ज्यादा पंजीयन के लिए निर्धारित समय पर स्लॉट बुकिंग के आधार पर पंजीयन कराए जा रहे हैं।
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