ग्वालियर।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में तीन दिन पहले अग्निपथ योजना के विरोध में हुए उपद्रव के मामले में पुलिस ने एक पूर्व फौजी को गिरफ्तार किया गया है। यह पूर्व फौजी मनोज फिजिकल ट्रेनर है। जानकारी के मुताबिक, मनोज ने अग्निपथ योजना को लेकर सेना की तैयारी कर रहे युवाओं को भड़काया और उसके बाद उन्हें गोले का मंदिर पर एकजुट होने के लिए कहा। सीसीटीवी में उपद्रव के दौरान पूर्व फौजी मनोज के होने के सबूत मिले हैं। इसी आधार पर एफआईआर दर्ज की गई और शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि बीते गुरुवार को ग्वालियर में अग्निपथ योजना को लेकर हजारों की संख्या में युवाओं ने गोला का मंदिर पर विरोध प्रदर्शन किया और उसके बाद रेलवे स्टेशन पर जाकर तोड़फोड़ और आगजनी की। बताया जा रहा है जिले में संचालित होने वाले व्हाट्सएप ग्रुप पर युवाओं को गलत जानकारी दी गई और एक जगह इकट्ठा होने के लिए कहा गया।
बिना अनुमति संचालित नहीं होंगे फिजिकल क्लब
अब इस मामले में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह आदेश जारी कर दिए हैं कि जिले के सभी फिजिकल क्लब बिना अनुमति के संचालित नहीं हो सकेंगे। ऐसे क्लबों को क्षेत्रीय एसडीएम कार्यालय से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा है कि फिजिकल क्लबों के संचालन और ट्रेनिंग देने वाले छात्रों की गतिविधियों में सम्मिलित होने की सूचना प्राप्त हो रही थी, ऐसी स्थिति में सभी फिजिकल क्लबों को संबंधित एसडीएम से अनुमति लेने के साथ ही थाना प्रभारियों को सभी जानकारी देने के लिए कहा गया है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अपने आदेश में कहा है कि 3 दिन के अंदर सभी फिजिकल की तैयारी करने वाले क्लब को आवेदन प्रस्तुत करना होगा और इसके साथ ही फिजिकल क्लब, ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले छात्रों की जानकारी संबंधित एसडीएम के साथ-साथ थाना प्रभारी को भी देंगे। आदेश में कहा गया है कि अगर कोई इसका उल्लंघन करेगा तो धारा 188 के तहत दंडनीय कार्रवाई की जाएगी।
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