छतरपुर। बीते दिनों शहर के महोबा रोड पर स्थित वन विभाग के सरकारी आवास में वनरक्षक अखिलेश नाहर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अब इस मामले में अखिलेश के भाई अशोक ने अखिलेश की पत्नी और उसके मायके के लोगों पर अखिलेश की हत्या कराने के आरोप लगाए हैं। मंगलवार को इस संबंध में मृतक के परिजनों सहित करीब आधा सैकड़ा लोगों ने एसपी को आवेदन भी दिया है।मृतक के भाई अशोक ने बताया कि उसके भाई अखिलेश की ड्यूटी अक्सर जिले से बाहर लग जाती थी जिस कारण उसकी पत्नी नंदिनी से उसका अक्सर झगड़ा होता था। इसी झगड़े के चलते अखिलेश अपनी पत्नी नंदिनी और बच्चे के साथ महोबा रोड पर स्थित सरकारी आवास में रहने लगा था। जब भी अखिलेश की ड्यूटी बाहर लगती तो नंदिनी अपने मायके चली जाती थी लेकिन फिर भी दोनों के बीच झगड़ा होता रहता था। इन दिनों अखिलेश की ड्यूटी सागर जिले में थी जहां से वह 16 जुलाई को वापिस आया था। इसके दूसरे दिन वह अपने आवास में फंदे पर लटका मिला। जब परिजन घर पहुंचे तो मृतक के कमरे में उसका मोबाइल टूटा पड़ा था और सामान बिखरा हुआ था। परिजनों ने नंदिनी और पुलिस को सूचना दी जिस पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद जब शव लेकर परिजन घर आए तो नंदिनी के मायके के 8-10 लोग लाठी-डंडे लेकर वहां उपस्थित थे। चूंकि रात हो गई थी इसलिए अंतिम संस्कार अगले दिन कराने का निर्णय हुआ लेकिन नंदिनी के मायके के लोग रात में ही अंतिम संस्कार करने का दबाव बनाने लगे और अंतत: अंतिम संस्कार हिंदू धर्म के रीति रिवाज के विपरीत रात को 11 बजे करना पड़ा। मृतक की पत्नी और उसके मायके के लोग रात में ही वापिस चले गए। मायके पक्ष के लोगों की इन गतिविधियों के कारण मृतक के परिजनों को मृतक की पत्नी नंदिनी पर नौकरी की लालच में हत्या कराने का संदेह है। परिजनों ने मामले की गंभीरता से जांच कराने की मांग की है।
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वनरक्षक के फांसी लगाने के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग
RAM KUMAR KUSHWAHAJuly 21, 2021
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