10 सितंबर से घर-घर विराजेंगे गणपति बप्पा
भोपाल। हिंदू कैलेंडर का छठा महीना यानी भाद्रपद चल रहा है। यह 20 सितंबर तक रहेगा। चातुर्मास के चार महीनों में भाद्रपद दूसरा माह है। पंडित मनोज तिवारी के अनुसार चातुर्मास के दौरान आने से इस महीने में धर्म अनुसार आचरण व नियमों का पालन करना जरूरी है। यह माह भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय महीना भी है। इसी महीने श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था।भाद्रपद महीने के कृष्णपक्ष की तीसरी तिथि के दिन यानी बुधवार को महिलाओं ने कजली तीज का व्रत रखा। साथ ही इस महीने बहुला चौथ और हल षष्ठी के साथ डोल ग्यारस सहित कई बड़े और खास व्रत त्योहार भी आएंगे। इस बार श्री कृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त और गणेश चतुर्दशी 10 सितंबर को मनाई जाएगी। इसी दिन से 7 दिवसीय गणेशोत्सव मनाया जाएगा।
भाद्रपद माह के प्रमुख पर्व-त्योहार
हल षष्ठी- 28 अगस्त: कृष्णपक्ष की छठी यानी षष्ठी तिथि को बलराम जी का जन्मदिवस यानी हल षष्ठी का व्रत किया जाता है।
कृष्ण जन्माष्टमी- 30 अगस्त: इस दिन वैष्णव संप्रदाय के लोग भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाते हैं और अगले दिन शैव ये पर्व मनाते हैं।
जया एकादशी- 2 सितंबर: इस दिन भाद्रपद महीने के कृष्णपक्ष की एकादशी रहेगी। इसे जया और अजा एकादशी कहा जाता है।
भाद्रपद अमावस्या- 6 सितंबर: इस दिन भाद्रपद महीने की अमावस्या है। इस तिथि पर पितरों के लिए धूप-ध्यान के साथ ही श्राद्ध और तर्पण करना चाहिए।
हरतालिका तीज- 9 सितंबर : इस तिथि पर विवाहिताएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए देवी पार्वती की पूजा करती हैं।
गणेश चतुर्थी- 10 सितंबर: इस दिन भगवान गणेश का प्राकट्योत्सव मनाया जाएगा। इसी दिन से दस दिवसीय गणेश उत्सव भी शुरू होगा।
संतान सप्तमी व्रत- 13 सितंबर को यह व्रत मनाया जाएगा। मां अपनी संतानों की रक्षा के लिए करती है।
राधा अष्टमी- 14 सितंबर को मनाई जाएगी। राधावल्लभी संप्रदाय से जुड़े लोग श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाते है।
डोल ग्यारस- 17 सितंबर : जल झुलनी एकादशी इस दिन को डोल ग्यारस भी कहा जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के लिए व्रत-उपवास किए जाते हैं।
अनंत चतुर्दशी- 19 सितंबर: इस दिन अनंत चतुर्दशी व्रत किया जाता है। इस पर्व पर गणेश उत्सव के समापन के साथ भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन करने की परंपरा भी है।
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