छतरपुर। जिले के प्रमुख बस स्टेण्ड पर प्राइवेट बस संचालकों का अस्थायी कब्जा लोगों की मुसीबत बढ़ा रहा है। बस संचालक निर्धारित समय के काफी पहले अपनी बसों को यहां पार्क कर देते हैं और निर्धारित समय के काफी देर बाद यात्रियों को रवाना करते हैं। कुछ बस संचालकों के पास खुद के गैराज मौजूद नहीं हैं इसलिए इन्हें या तो बस स्टेण्ड पर ही दिन भर खड़ा रखा जाता है या फिर नौगांव रोड से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच हाइवे पर ही पार्क कर दिया जाता है।
इन बसों के कारण यातायात में हो रही दिक्कतों को देखते हुए अब ट्राफिक पुलिस दण्डात्मक कार्यवाही करेगी। बस स्टेण्ड पर एनाउंसमेंट का काम करने वाले दिलीप कुमार ने बताया कि कई बसें तो 4-4 घंटे तक बस स्टेण्ड पर खड़ी रहती हैं। बस का मरम्मत कार्य से लेकर उनकी धुलाई भी स्टाफ के द्वारा बस स्टेण्ड पर ही की जाती है। एक तरह से बस संचालकों ने बस स्टेण्ड को अपना अस्थायी गैराज बना लिया है जिससे राहगीरों को तो समस्या होती ही है बस स्टेण्ड पर भी भारी दिक्कतें निर्मित होती हैं। इस संबंध में माधवी अग्रिहोत्री, यातायात प्रभारी का कहना है कि विगत रोज डीएसपी शशांक जैन एवं कोतवाली टीआई अरविंद दांगी व पुलिस बल ने बस स्टेण्ड के हालातों की समीक्षा की है। निर्णय लिया गया है कि निर्धारित समय के पूर्व खड़ी मिलने वाली बसों पर चालान की कार्यवाही की जाएगी। टैक्सी चालकों को भी बैठक बुलाकर समझाइश दी जाएगी कि वे निर्धारित रूट पर ही चलें।