छतरपुर। जिला अस्पताल सहित मप्र के कई अस्पतालों में स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी प्रमोशन न होने के कारण क्लास-2 डॉक्टरों की भूमिका में रात-दिन इमरजेंसी ड्यूटी में उलझे हैं। इसके कारण एक तरफ जहां डॉक्टरों का स्वयं का नुकसान हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ मरीजों को भी नियमित ओपीडी में स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं मिल पाते। क्योंकि इनका ज्यादातर वक्त रात्रिकालीन ड्यूटियों में गुजर जाता है। पदोन्नति से जुड़ी इसी मांग को लेकर गुरूवार को डॉक्टरों के एक संगठन ने छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी के माध्यम से सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाई। मप्र मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष डॉ. संजना रॉबिसन के नेतृत्व में क्षेत्रीय विधायक आलोक चतुर्वेदी पज्जन को ज्ञापन देते हुए उल्लेख किया गया कि स्वास्थ्य विभाग में अनेक पोस्ट ग्रेजुएट चिकित्सक वर्षों से कार्यरत हैं लेकिन उनका प्रमोशन नहीं हुआ। पीजी चिकित्सकों को विशेषज्ञ पदों पर अपग्रेड किया जाए। 900 पीजी चिकित्सक वर्षों से कार्यरत हैं इन सभी को अपग्रेड करें ताकि मरीजों को लाभ मिल सके। 2006 से 2014 के बीच स्नातकोत्तर चिकित्सकों को वेतनवृद्धि का लाभ दिया जाए। ज्ञापन के दौरान संघ के कई पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे। डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने विधायक आलोक चतुर्वेदी को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी समस्या बताई। इस दौरान विधायक आलोक चतुर्वेदी ने कहा कि कोरोना काल में डॉक्टरों ने जिस तरह मानव सेवा की है उसके इनाम स्वरूप भी उनकी मांग को जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की यह मांग जायज है और वे डॉक्टरों की मांग को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए सदन में आवाज उठाएंगे।
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डाक्टरों के संगठन ने छतरपुर विधायक को सुनाई अपनी व्यथा
RAM KUMAR KUSHWAHAJuly 30, 2021
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